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Saturday, September 19, 2020

Hindi poem - Nayee Sawera / नई सवेरा ( New Morning )

 


नई सवेरा 

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उठ जा नई सवेरा है 

अब ये दिन तुम्हारा है 

तेरे जिद्द के आगे 

हर मुश्किल तो हारा है 

उठ जा नई सवेरा है 

अब ये दिन तुम्हारा है ..!


एक बड़ा तूफ़ान 

बाहर जो पसरा है 

तेरे इरादों के चट्टानों में 

टकराने से बिखरा है 

मन हर्षित हो जाए 

ऐसा कोई नज़ारा है 

उठ जा नई सवेरा है 

अब ये दिन तुम्हारा है ..!!


ये परिश्रम ना हो कम 

दिखने दो अंदर का दम 

अग्नि पुष्प ये अंदर का 

ह्रिदय में खिला तुम्हारा है 

उठ जा नई सवेरा है 

अब ये दिन तुम्हारा है ..!!!






                      © Subodh Rajak 

SUBODH HINDI COMPOSITIONS 


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आप के आने से मेरा मनोबल बढ़ा है!  पुनः पधारे  ! धन्यवाद  !!


Sunday, July 26, 2020

Hindi poem - Kitabon ke panne / किताबों के पन्नें


Hindi poem


किताबों के पन्नें 

एक किताब की 
कई सारे पन्नों के बीच 
फस कर दबा हूँ 

बाहर के धूल धूप गरमी जाड़ा 
से हांलाकि सुरक्षित हूँ 
स्वर की चादर ओढ़े 
रद्दी में पड़ा एक संगीत हूँ 

इस आस में हूँ कि 
कोई तो किताब उठाए 
अपनी उंगलियों से दबाकर 
पन्नों को हवा में दौड़ाए 

आंखों में एक 
बूंद की तरह अटका हूँ 
एक किताब की 
कई सारे पन्नों के बीच 
फस कर दबा हूँ  ..!!






Subodh Rajak 
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Sunday, July 19, 2020

Hindi poem - Apman / अपमान


Hindi poem

अपमान 

मैदान में हारे हुए खिलाड़ी का 
मजाक कौन उडा़ता है? 
वही जो किनारे में बैठ कर 
तालियां बजाता है ..!

तालियां बजाने वाले को फर्क नहीं पड़ता है 
तुम जीते या कोई और 
फिर तुम्हें क्यों फर्क पड़ता है एक हार से 
अभी खेल बाकी है और  ..!!

सफलता कहां चल कर आती है 
ये असफलता का अनुभव ही 
एक दिन सफलता दिलाती है 

शब्द भी बाहर निकल कर 
अपना रंग बदल लेता है 
किसी को त्रीप्त कर देता है 
किसी का ह्रीदय तार तार कर देता है 

जिसने अपमान किया उसे झूठा अभिमान है 
जो अपमान को पी गया वही तो महान है  ..!!

पुरानी बात है, बुजुर्गों का कहना है 
जो जला है, वही शुद्ध सोना बना है  ..!!!









Subodh Rajak 
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Friday, June 12, 2020

Hindi poem - Kartavya path / कर्तव्य पथ

Hindi poem - Kartavya path / कर्तव्य पथ
Hindi poem kartavya path

कर्तव्य पथ 

कर्तव्य पथ पर चलुंगा 
चलते चलते गिरूंगा 
फिर उठ कर खुद से कहूंगा 
मंजिल अभी बाकी है 
एक बार फिर कोशिश करूंगा..!

मिलेंगे कांटे यहां 
होंगे शोले इन राहों पर 
परिश्रम की आग में 
पुरी तरह जलुंगा 
कर्तव्य पथ पर चलुंगा..!! 

न टूटेंगे कभी, ये होंसला रखना है
मुश्किलों का डट कर सामना करना है 
हार कर न बैठुंगा 
एक बार फिर कोशिश करूंगा..!!

माना जंग बड़ी है 
लड़ना आसान नहीं है 
पर हिम्मत कर
युद्ध रथ पर चढुंगा 
कर्तव्य पथ पर चलुंगा..!! 

कर्तव्य पथ पर चलुंगा..!!!





Subodh Rajak 
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धन्यवाद !

Monday, June 1, 2020

Motivation poem - Little more

Motivation poem


Little more 

लोगों को करने दो Ignore 
I will do hard work little more...! 
 
कुछ होगा 
तो मेहनत से होगा 
बाकी सब झूठा दिलासा है 
जिंदगी के circus में 
एक नया तमाशा है 

संघर्ष जीवन में 
दिल मांगे थोड़ा more 
I will do hard work little more..!!

क्या हुआ अकेला हूँ 
एक मकसद लेके निकला हूँ
माना मंजिल दूर है 
पर जिगरा लेके निकला हूँ 

शोर नहीं करूंगा 
लगाउंगा थोड़ा जोर 
लोगों को करने दो Ignore  
I will do hard work little more..!! 

मौत का लुटेरा 
ले जाएगा सब कुछ लूट 
फिर क्यों दिखाते हो
अपनो को Attitude ..
 
खामोश हूँ खामोश रहूंगा 
करने दो जो करता है शोर 
I will do hard work little more..!!!


 



Subodh Rajak 
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Sunday, May 31, 2020

English poem - Lucid

English poem

Lucid 

I think you so much 
you come in my lucid..!

It's looks like a dream 
I feel you like ice cream 
Have you something to feed? 
I think you so much 
you come in my lucid..!!

I fly anywhere 
Then I go to see you 
feeling become exceed 
I think you so much 
you come in my lucid..!!! 









Subodh Rajak 
SUBODH HINDI COMPOSITIONS 

Thanks 



Hindi poem - Aatma / आत्मा

  आत्मा   =========== रूकी हवा में  गहरी खामोशी  काली रात में  टहल रहा है कोई  पैरों के निशां नहीं है उसके हवा रोशनी वस्तु चींजे  सब पार हो ...