Showing posts with label पन्नें. Show all posts
Showing posts with label पन्नें. Show all posts

Saturday, June 13, 2020

Hindi poem - Kuch baaki hai / कुछ बाकी है..

Hindi poem - kuch baaki hai / कुछ बाकी है
Hindi poem - kuch baaki hai

kuch baaki hai /कुछ बाकी है 

किताबें जो रखी हैं 
सेत कर पढ़ने के लिए 
कुछ पन्नें अभी बाकी हैं,

कुछ दिन गुजर गए 
ज़िन्दगी के कुछ दिन में 
कुछ जीना अभी बाकी है..!

कुछ तो है मुझमें 
यूं ही नहीं हम नजरों में हैं 
कुछ बातें उभर गई है 
उनकी दो आंखों पर 
कुछ बातें अभी बाकी हैं..!!




Subodh Rajak 
SUBODH HINDI COMPOSITIONS 

हमारी रचनाएं पढ़ने के लिए नीचे दिए लिंक में जा कर मेरे ब्लोग में पढ़ सकते हैं! 



आपके आने से मेरा मनोबल बढ़ा है! पुनः पधारें!
धन्यवाद! 

Hindi poem - Aatma / आत्मा

  आत्मा   =========== रूकी हवा में  गहरी खामोशी  काली रात में  टहल रहा है कोई  पैरों के निशां नहीं है उसके हवा रोशनी वस्तु चींजे  सब पार हो ...