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Friday, May 8, 2020

Hindi poem - Bataya Karo / बताया करो


बताया करो 
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मन को न सताया करो 
दिल की बात बताया करो 
कइ रिश्ते हैं जीवन में ,
कुछ रिश्ते निंभाया करो ..

जीवन ये  कम हैं
दिल में कई गम हैं,
मुस्कराते चेहरे है कई 
आंखें कई नम हैं..

कई मुश्किंले हैं जीवन में 
इन मुश्किलों में,
थोड़ा मुस्कुराया करो 
मन को न सताया करो ,
दिल की बात बताया करो ..

पीना है तो आंसू पियो 
ये पीने से कोइ मरता नहीं 
अगर कोई मरता, 
तो दुनियां में कोई बचता नहीं.. 

यह जीवन रक्षक घोल है 
थोड़ा थोड़ा पिया करो ,
मन को न सताया करो 
दिल की बात बताया करो.. 

इस बात का न गम हैं 
कि जीवन बहुत कम हैं
जितना है जिसके पास 
खुलकर जीया करो 
मन को न सताया करो, 
दिल की बात बताया करो.. 

जाएं तो जाएं कहां 
जहां भी जाएं, 
दर्द मिल जाए वहां.. 

दर्द ये  बांटा करो 
मन को न सताया करो 
दिल की बात बताया करो,
कई रिश्ते हैं जीवन में 
कुछ रिश्ते निंभाय करो.. !!







                            © Subodh Rajak 
SUBODH HINDI COMPOSITIONS 

हमारी रचनाएं पढ़ने के लिए नीचे दिए लिंक में जा कर मेरे ब्लोग में पढ़ सकते हैं! 

आपके आने से मेरा मनोबल बढ़ा है!  पुनः पधारे, धन्यवाद  !!

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