पलकों से जाकर
ऐसे मिले
कि पलकें भी
नाजुक हो गएं,
दर्द आंसूओं का
समझ लिया होगा
शायद उस हमदर्द ने
वो पलकें भी
भावुक हो गएं..!
प्यार आया होगा जरूर
तभी इसके दर्द को
उसने महसूस किया,
पार कर सभी हदें उसने
बाहों में लेकर
इसे महफूज किया..!!
दर्द ऐसे कम हुआ
धूप पड़ते ही शबनम
पत्तों से खत्म हुआ
टूट कर चाहा उसने तो
ये आंसू भी
माशूक हो गए,
आंसूओं की दर्द में
वो पलकें भी
भावुक हो गएं.. !!!
Subodh Rajak
Subodh hindi compositions
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