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Saturday, August 15, 2020

Phulon me khushbu mitti ka / फूलों में खुशबू मिट्टी का

 

Phulon me khushbu mitti ka

|| फूलों में खुशबू मिट्टी का ||
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सर उठा कर दूं सलामी, आज तिरंगा लहराया है ,
बिखरे फूलों में खुशबू, मिट्टी का मैंने पाया है  ..!!

आज लुटा दूं जान मैं अपनी 
मौका हमने पाया है ,
भारत माँ के चरणों पर 
स्वर्ग हमने पाया है  ..!!

प्रेम वतन का कण कण, मुझमें समाया है ,
बिखरे फूलों में खुशबू , मिट्टी का मैंने पाया है..!! 

उंची हिमालय की तरह 
विश्व में तेरी पहचान हो ,
निकले जो तेरी शान के ख़ातिर
पहले मेरा प्राण हो  ..!!

तेरी हवाओं में लहराना, मन को आज लुभाया है ,
बिखरे फूलों में खुशबू, मिट्टी का मैंने पाया है  ..!!

आज सजी है फूलों से 
माँ भारती का आँगन ,
कहीं लिखा है जय हिंद
कहीं  वंदे मातरम् ..!!

आज खुशी में मन बड़ा हर्षाया है ,
बिखरे फूलों में खुशबू, मिट्टी का मैंने पाया है..!! 


                             © Subodh Rajak 





SUBODH HINDI COMPOSITIONS 

हमारी रचनाएं पढ़ने के लिए नीचे दिए लिंक में जा कर मेरे ब्लोग में पढ़ सकते हैं! 

आपके आने से मेरा मनोबल बढ़ा है! पुनः पधारे! धन्यवाद!! 

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