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Wednesday, May 13, 2020

Hindi poem - uff teri yaad / उफ तेरी याद


उफ तेरी याद 
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उफ! तेरी याद 
और कब तक आएगी, 
चैन दिल का ले लिया 
जान भी ले कर जाएगी.. 

हम जीते थे 
जब तुम पास होती थी 
अब इंतजार बस रहता है 
कि मौत कब तक आएगी.. 
उफ! तेरी याद 
और कब तक आएगी, 
चैन दिल का ले लिया 
जान भी ले कर जाएगी..! 

दिल हर लम्हा 
दर्द से तड़पता है, 
जंग ज़िन्दगी का 
रोज ये लड़ता है.. 

डर लगता है 
कब आंखे भर आएंगी 
उफ! तेरी याद 
और कब तक आएगी,
चैन दिल का ले लिया 
जान भी ले कर जाएगी..!! 

कितना भी कोशिश करूं 
आंखों से बह जाती है, 
ये आंसू दिल का 
दर्द बयां कर जाती है ..

एक सैलाब आ जाता है 
आह! जब निकलता है 

ये तूफान न जाने कब रूकेगी 
उफ! तेरी याद 
और कब तक आएगी, 
चैन दिल का ले लिया 
जान भी ले कर जाएगी..!!! 






Subodh Rajak 
SUBODH HINDI COMPOSITIONS 

हमारी रचनाएं पढ़ने के लिए नीचे दिए लिंक में जा कर मेरे ब्लोग में पढ़ सकते हैं !

आपके आने से मेरा मनोबल बढ़ा है!  पुनः पधारे , धन्यवाद  !!

Monday, May 4, 2020

Hindi poem - Ham kho gaye / हम खो गए ( I have been loss)


हम खो गए 
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चारो और दिवारें हैं 
बन्द दरवाजे हो गए ,
डूब गए खामोश, दरिया में 
अंधेरों में हम खो गए ..

जब हमने कहा 
तो किसी ने न सुना 
जब हम सुनने बैठे 
तो वे चुप हो गए.. 

डूब गए खामोश, दरिया में 
अंधेरों में हम खो गए.. 

दिल बैचैन था, बताने को 
फर्क नहीं पड़ा, जमाने को 

आए थे, हसाने को 
पर हम ऐसे रो गए ,
डूब गए खामोश, दरिया में 
अंधेरों में हम खो गए  !

रखा हूँ दर्द को 
शब्दों की चिता में 
इसको तुम जला देना ,
खुश रहना जीवन में 
सारे गम भूला देना ..

जीवन की सुबह ढल गई 
एक लम्बी रात हो गई 
इन रातों में हम सो गए, 
डूब गए खामोश, दरिया में 
अंधेरों में हम खो गए ..!!







                            © Subodh Rajak 
SUBODH HINDI COMPOSITIONS 

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Hindi poem - Aatma / आत्मा

  आत्मा   =========== रूकी हवा में  गहरी खामोशी  काली रात में  टहल रहा है कोई  पैरों के निशां नहीं है उसके हवा रोशनी वस्तु चींजे  सब पार हो ...