शंकर के नगरी में
चल संग मेरे संग
थोड़ा घूम के आऊंगा
बाबा शंकर के नगरी में
थोड़ा झूम के आऊंगा
घर में थोड़ा घबराता हूँ
गाँव में थोड़ा शरमाता हूँ
वहां खुल के गाऊंगा ,
बाबा शंकर के नगरी में
थोड़ा झूम के आऊंगा ..!!
चल संग मेरे संग
ना करनी तुझको जंग
तू भी संग मेरे
जरा हाथ बढ़ा देना ,
बाबा को मेरे
तू भी जल चढ़ा देना ..
भक्ति है दिल में
मैं ना अब रूकुंगा ,
बाबा शंकर के नगरी में
थोड़ा झूम के आऊंगा ..!!
अपना सब कुछ है
बाबा के चरण में
जीना मरना है अब
बाबा के शरण में
प्रेम प्रसाद है मन में
बाबा को चढ़ाऊंगा
बाबा शंकर के नगरी में
थोड़ा झूम के आऊंगा ..!!
इक काँवर तुम्हारा है
इक काँवर हमारा है
बोल बम बोल बम
बोल बम का नारा है
दिल में इसे उतारा है
बोल बम का नारा मैं
जोर से लगाऊंगा
चल संग मेरे संग
थोड़ा घूम के आऊंगा
बाबा शंकर के नगरी में
थोड़ा झूम के आऊंगा ..!!!
Subodh Rajak
SUBODH HINDI COMPOSITIONS
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