Tuesday, October 6, 2020

आधी रात ( Midnight )

 


आधी रात 

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इक गहरी खामोशी है 

सन्नाटो में डूबा है वक्त 

बेबस है सारे जीव जन्तु 

रोशनी की उम्मीद है, 

कुछ खुली होंगी आंखें 

मेरी तरह 

पल पल वक्त काटता होगा कोई 

इस इंतजार में होगा कि 

कब यह अंधेरी बादल हटे 

और गोधूलि चमक उठे ..!!


वहीं कुछ सपनों के मुसाफिर 

खोया होगा किसी सपने में 

लुसिड की दुनिया में 

लड़ रहा होगा किसी राक्षस से 

व्यस्त होगा खुद को 

या अपनों को बचाने में ..!!

...~...~...~...~...~...

अंधेरा हट जाएगा थोड़ी देर में 

बैठेगी रोशनी 

अपने आसन में 

चहल कूद फिर मच उठेगा 

धरती के आँगन में ..!!





                          © Subodh Rajak 

SUBODH HINDI COMPOSITIONS 


हमारी रचनाएं पढ़ने के लिए नीचे दिए लिंक में जा कर मेरे ब्लोग में पढ़ सकते हैं! 

https://subodhrajak.blogspot.com


आपके आने से मेरा मनोबल बढ़ा है!  पुनः पधारे, धन्यवाद  !!


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