Showing posts with label plant. Show all posts
Showing posts with label plant. Show all posts

Tuesday, October 27, 2020

Hindi poem - Neeli pattiyan / नीली पत्तियाँ

 


= नीली पत्तीयां =

..............................

आसमान से रंग चुराकर 

नीली हो गई हरी पत्तियाँ

मिलने लगे हैं अब हाट पर 

नीला पालक नीली सब्जियां 

आसमान से रंग चुराकर 

नीली हो गई हरी पत्तियाँ 


कुछ तो लाल पीले भी थे 

गहरा कत्थई बागों में खिले भी थे 

आसमां संग घुल गई है 

खेतों की ये बस्तियां 

आसमान से रंग चुराकर 

नीली हो गई हरी पत्तियाँ 


जंगल झाड़ अब नहीं दिखते 

अंतरिक्ष की ऊंचाई से 

तिनका तिनका नीला पड़ गया 

अद्भुत सी सिंचाई से 


सूर्य की नीली रोशनी पड़ी है 

नहीं जलती अब लाल बत्तीयां 

आसमान से रंग चुराकर 

नीली हो गई हरी पत्तियाँ  ..!!


~...~...~...•••••••...~...~...~


@ Subodh Rajak //-


हमारी रचनाएं पढ़ने के लिए नीचे दिए लिंक में जा कर मेरे ब्लोग में पढ़ सकते हैं ! 

hhtps://subodhrajak.blogspot.com


आपके आने से मेरा मनोबल बढ़ा है!  पुनः पधारे,  धन्यवाद  !!


Monday, October 5, 2020

Mushroom / मशरूम

 


मशरूम 

........................

मशरूम तेरी टोली 

है कहां बता ?

कब मिलेगा तू 

मिलने का समय बता !

सुना है बारिश 

होती है जिस रात को 

खिल जाते हो झाड़ियों में 

चुप चाप आधी रात को 

न होता कोई डाली तेरी 

न होता लता पता 

मशरूम तेरी टोली 

है कहां बता ?

कब मिलेगा तू 

मिलने का समय बता !


तू हरा होता नहीं 

पौधे वाली गुण 

तुझमें तो दिखता नहीं 

फिर भी तुझमें स्वाद भरा 

लोग तुम्हें 

बड़े चाव से खाता 

मशरूम तेरी टोली 

है कहां बता? 

कब मिलेगा तू 

मिलने का समय बता !!




                        © Subodh Rajak 

SUBODH HINDI COMPOSITIONS 


हमारी रचनाएं पढ़ने के लिए नीचे दिए लिंक में जा कर मेरे ब्लोग में पढ़ सकते हैं! 

https://subodhrajak.blogspot.com


आपके आने से मेरा मनोबल बढ़ा है!  पुनः पधारे, धन्यवाद  !!


Hindi poem - Aatma / आत्मा

  आत्मा   =========== रूकी हवा में  गहरी खामोशी  काली रात में  टहल रहा है कोई  पैरों के निशां नहीं है उसके हवा रोशनी वस्तु चींजे  सब पार हो ...