Hindi poem - Thandi snan / ठंडी स्नान
ठंडी स्नान
टाईम हुआ है नहाने का
टॉपिक नहीं है बहानें का
एक बाल्टी काफी है
बॉडी पे बहाने का ...!
बॉडी पे साबुन छलके
बाल्टी से पानी छलके
मग मग पानी जोर गिरे
ठंड के मारे मुंह ठिठरे
लाओ जल्दी, जल्दी लाओ
लाओ लकड़ी जलाने का
टाईम हुआ है नहाने का
एक बाल्टी पानी है
बॉडी पे बहाने का ...!!
कट-कट कट-कट दांत करे
तरह तरह के बात करे
मिल जाए कुछ फल फ्रूट
धांय धांय ये साफ करे
सपना ऐसा देखा कि
रहा नहीं कुछ बोलने का
टाईम हुआ है नहाने का ..!!!
Subodh Rajak
SUBODH HINDI COMPOSITIONS
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आपके आने से मेरा मनोबल बढ़ा है!
पुनः पधारें! धन्यवाद!
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