Thursday, June 11, 2020

Hindi poem -Coffee / कॉफी..


Hindi poem - Coffee / कॉफी 

Hindi poem coffee

Hindi poem - Coffee / कॉफी 


एक कप कॉफी पीना चाहता हूँ 
दिन भर तो मरता रहता हूँ 
जीने की यहां, फुर्सत कहां 
बस पांच मिनट जीना चाहता हूँ 
एक कप कोफी पीना चाहता हूँ..!

रेस तो यहां दिल और जिन्दगी का है 
न कोई जीत पाया है न कोई हारा है 
और ये गोल धुमाने वाली दुनिया 
न मेरा है न तुम्हारा है 

कोई मिले तो सही 
इन सब को बनाने वाले का 
पता पुछना चाहता हूँ 
दो मिनट साथ बैठकर 
एक कप कॉफी पीना चाहता हूँ..!! 

कॉफी पीने से मन ताजा लगता है 
बोझ दिमाग का आधा लगता है 
शरीर में फुर्ती हो तो 
सब कुछ अच्छा लगता है 

वैसे तो मैं बहुत कुछ करना चाहता हूँ 
फिलहाल थका हूँ !
एक कप कॉफी पीना चाहता हूँ..!!! 






Subodh Rajak 
SUBODH HINDI COMPOSITIONS 

हमारी रचनाएं पढ़ने के लिए नीचे दिए लिंक में जा कर मेरे ब्लोग में पढ़ सकते हैं! 

आपके आने से मेरा मनोबल बढ़ा है !
पुनः पधारें!  धन्यवाद!! 

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